आज़ादी के बाद अयोध्या के राम मंदिर आन्दोलन की ये हैं प्रमुख घटनाएं

आज़ादी के बाद अयोध्या के राम मंदिर आन्दोलन की ये हैं प्रमुख घटनाएं


23 दिसंबर, 1949: विवादित स्थल पर हिंदू नियमित रूप से मंदिर के भीतर श्रीराम की पूजा करने लगे।

1984: विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने जन्मभूमि के ताले खोलने और राम जन्मस्थान को स्वतंत्र कराने व एक विशाल मंदिर के निर्माण के लिए अभियान शुरू किया, और इसके लिए एक समिति का गठन किया गया।

1 फरवरी, 1986: फैजाबाद जिला न्यायाधीश ने विवादित स्थल के ताले खोलने का आदेश जारी करके हिदुओं को पूजा की इजाजत दी.

जून 1989: भाजपा ने विश्व हिन्दू परिषद को औपचारिक समर्थन देकर श्रीराम मंदिर निर्माण आंदोलन को और तेज़ कर दिया|

1 जुलाई, 1989: भगवान रामलला विराजमान के नाम से कोर्ट में पांचवा मुकदमा दाखिल किया गया।

25 सितंबर, 1990: बीजेपी अध्यक्ष लाल कृष्ण आडवाणी ने गुजरात के सोमनाथ से लेकर उत्तर प्रदेश के अयोध्या तक रथ यात्रा निकाली|

अक्टूबर 1990: अयोध्या में दो बार निहत्थे कार सेवकों पर पुलिस के अत्याचार से पूरे देश के जनमानस में आक्रोश फैल गया|

अक्टूबर 1991: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की सरकार द्वारा जन्मभूमि के आस-पास की 2.77 एकड़ भूमि को अपने अधिकार में लिया गया|

अप्रैल 2002: अयोध्या के विवादित स्थल पर मालिकाना हक को लेकर उच्च न्यायालय के तीन जजों की पीठ ने सुनवाई शुरू की।

मार्च-अगस्त 2003: इलाहबाद उच्च न्यायालय के निर्देश पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने अयोध्या में खुदाई की, जिसमें मंदिर के अवशेष होने के प्रमाण मिले।

जुलाई 2009: लिब्रहान आयोग ने गठन के 17 साल बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अपनी रिपोर्ट सौंपी।

28 सितंबर 2010: सर्वोच्च न्यायालय ने इलाहबाद उच्च न्यायालय को विवादित मामले में फैसला देने से रोकने वाली याचिका खारिज करते हुए फैसले का मार्ग प्रशस्त किया।

30 सितंबर 2010: इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया, और 2.77 एकड़ जमीन का बंटवारा कर दिया गया था. कोर्ट ने यह जमीन सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और रामलला विराजमान के बीच जमीन बराबर बांटने का आदेश दिया था| हाईकोर्ट के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई|

21 मार्च 2017: राम जन्मभूमि के मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्थता की पेशकश की|

9 नवंबर 2019: सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली 5 जजों की विशेष बेंच ने सर्वसम्मति से 40 दिनों की लगातार सुनवाई के बाद ऐतिहासिक फैसला सुनाया, और विवादित जमीन पर पूरी तरह से रामलला का हक बताया, और अपने फैसले में केंद्र सरकार को तीन महीने के अंदर ट्रस्ट बनाने का भी आदेश दिया, इस ट्रस्ट के पास ही मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी है|

5 अगस्त 2020: अयोध्या में एक भव्य आयोजन के साथ श्रीराम मंदिर के लिए भूमि पूजन संपन्न हुआ और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के हाथों राममंदिर का शिलान्यास हुआ. अब मंदिर निर्माण का कार्य तेज़ी से शुरू हो जायगा.

भारत vs चीन: 1962 का “रेज़ांग ला” का युद्ध; एक अविश्वसनीय लड़ाई

 भारत vs चीन: 1962 का “रेज़ांग ला” का युद्ध; एक अविश्वसनीय लड़ाई

Source: दैनिक जागरण

ज़ांग ला (Rezang La) भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के लद्दाख़ क्षेत्र में चुशूल घाटी के दक्षिणपूर्व में उस घाटी में प्रवेश करने वाला एक पहाड़ी दर्रा है. यह 2.7 किमी लम्बा और 1.8 किमी चौड़ा है और इसकी औसत ऊँचाई 16000 फ़ुट है. सन 1962 के भारत-चीन युद्ध में रेज़ांग ला कुमाऊं रेजिमेंट के 13 कुमाऊँ दस्ते का अंतिम मोरचा था. दस्ते का नेतृत्व मेजर शैतान सिंह कर रहे थे. इस लेख में हम आपको भारत और चीन के बीच हुए 1962 के युद्ध की एक अदभुत और साहसिक युद्ध के बारे में बता रहे हैं. इस युद्ध को “रेज़ांग ला का युद्ध” के नाम से जाना जाता हैं.

यह घटना 18 नवम्बर 1962 की है. चुशूल घाटी ( लद्दाख) में 13 कुमाऊँ दस्ते के 120 सैनिक अपनी ड्यूटी पर थे. सुबह के 3.30 बजे का समय था तभी लगभग 5000 चीनी सैनिकों ने चुशूल घाटी घाटी में तैनात भारतीय सैनिकों पर भारी हथियारों से हमला कर दिया.

जैसे ही चीन के पहले सैनिक जत्थे ने भारतीय सैनिको पर हमला किया भारतीय सैनिकों ने इस आक्रमण का बहादुरी से सामना किया और इस आक्रमण को विफल कर दिया इसमें बाद चीनियों द्वारा दूसरा आक्रमण किया जिसे भारतियों ने विफल कर दिया लेकिन तभी चीनियों की तरफ से तीसरा जोरदार हमला हुआ लेकिन अब तक भारतीय सैनिकों के पास मौजूद गोला बारूद ख़त्म हो चुका था. भारत के सैनिकों के पास हथियारों और गोला बारूद का बैकउप भी नही था. लेकिन भारतीय सैनिकों ने हार नही मानी और चीनियों के साथ हाथापाई कर चीनियों को उनकी बन्दूक की नोकों से ही मारना शुरू कर दिया. इस प्रकार इस लड़ाई में 120 भारतीय सैनिकों ने 1300 चीनी सैनिकों को मारा था. हालाँकि इस लड़ाई में भारत के 120 में से 110 भारतीय सैनिक मारे गए थे.

13 कुमाऊँ दस्ते के ज्यादातर सिपाही हरियाणा के रेवाड़ी जिले के थे इसलिए यहाँ पर इन बहादुर सैनिकों की याद में स्मारक भी बनवाया गया है.

13 वे कुमाऊँ दस्ते का नेतृत्व करने वाले मेजर शैतान सिंह को उनकी बहादुरी के लिए मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था. इस कंपनी को 4 सेना पदक, 5 वीर चक्र भी दिए गए थे.

रेज़ांग ला पर भी एक युद्ध स्मारक है जिस पर थोमस बैबिंगटन मैकाले की कविता "होरेशियो" के कुछ अंश के साथ उस मुठभेड़ की स्मृति लिखी हुई है.

रेज़ांग ला की लड़ाई को यूनेस्को द्वारा प्रकाशित सबसे बहदुरी से लड़ी जाने वाली 8 लड़ाइयों में गिना गया है. भारतीय सेना को जमीन पर लड़ने वाली दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में गिना जाता है. भारतीय सैनिकों की इस वीरता भरी लड़ाई इस बात का पुख्ता प्रमाण है. रेज़ांग ला युद्ध में एक भारतीय सैनिक ने औसतन 10 चीनी सैनिकों को मारा था. शायद यही युद्ध था जिसके कारण लता मंगेशकर ने अपने गाने “ये मेरे वतन के लोगो, जरा आँख में भर लो पानी” में गाया था कि “एक-एक ने 10 को मारा फिर अपनी लाश बिछा दी”. इस गाने को सुनकर उस समय प्रधानमंत्री नेहरु की आँखों में आंसू आ गए थे.

इस लड़ाई की कहानी को हर भारतीय सैनिक को सुनाया जाना चाहिए ताकि संकट के समय हमारे सैनिक इस घटना से प्रेरणा लेकर भारतीय मात्रभूमि की रक्षा कर सकें.

GENERAL AWARENESS HISTORY MCQ-2


GENERAL AWARENESS HISTORY MCQ-2




1) अंग्रेजो द्वारा रैयतवाड़ी बंदोबस्त लागू किया गया था -


A बंगाल प्रेसीडेंसी

B मद्रास प्रेसीडेंसी

C बम्बई प्रेसीडेंसी

D मद्रास प्रेसीडेंसी एंव बम्बई प्रेसीडेंसी

उत्तर-D



2) निम्नलिखित में से किस सुल्तान ने फलों की गुणवता सुधारने हेतु उपाय किए ?



A मुहम्मद - बिन - तुगलक

B फिरोज तुगलक

C सिंकंदर लोदी

D शेरशाह सूरी

उत्तर-B



3) पानीपत की तीसरी लड़ाई ( 1761 ई . ) किनके बीच हुई -


A पेशवा बाजीराव - द्वितीय और अहमदशाह अब्दाली

B बाबर और इब्राहिम लोदी

C अकबर और हेमू

D औरंगजेब और तैमूर

उत्तर-A



4) किस यात्री ने तालीकोटा युद्ध ( 1565 ) के बाद विजयनगर साम्राज्य का भ्रमण किया और इस राजकीय नगर के विनष्ट वैभव पर टिप्पणी की ?


A निकोली द कोण्टी

B डोमिंगो पाएस

C फरनाओं नूनिज

D सीजर फ्रेडरिक

उत्तर-D



5) वर्ष 1939 में कांग्रेस को छोड़ने के पश्चात् सुभाष चन्द्र बासे ने किस दल की स्थापना की -


A इंडियन फ्रीडम पार्टी

B आजाद हिंद फौज

C रिवोल्यूशनरी फ्रंट

D फॉरवर्ड ब्लॉक

उत्तर-D



6) औरंगजेब ने दक्षिण में जिन दो राज्यों को विजित किया था , वे थे -


A अहमदनगर एवं बीजापुर

B बीदर एवं बीजापुर

C बीजापुर एवं गोलकुंडा

D गोलकुड़ा एवं अहमदनगर

उत्तर-C



7) किस सिख गुरू ने फारसी में " जफरनामा " लिखा था -



A गुरू हरिराय

B गुरू हरिकिशन

C गुरू गोविन्द सिंह

D गुरू तेगबहादुर


उत्तर-C



8) 12 वीं सदी के राष्ट्रकूट वंश के पांच शिलालेख किस राज्य में मिले है ?


A तमिलनाडु

B कर्नाटक

C केरल

D महाराष्ट्र

उत्तर-B



9) वेदों को " अपौरूषेय " क्यों कहा गया हैं


A क्योंकि वेदों की रचना देवताओं द्वारा की गई हैं

B क्योंकि वेदों की रचना पुरूषों द्वारा की गई हैं

C क्योंकि वेदों की रचना ऋषियों द्वारा की गई हैं

D इनमें से कोई नहीं

उत्तर-A



10) तालिकोटा का युद्ध का कारण था -


A रामराय का दक्षिणी सल्तनतों के साथ दंभपूर्ण व्यवहार और उनकी अंतर्राज्यीय राजनीति में हस्तक्षेप

B विजयनगर के प्रति दक्षिणी सल्तनतों की समान ईर्ष्या व घृणा की भावना

C A व B दोनों

D इनमें से कोई नहीं

उत्तर-C



11) किसने महिलाओं के लिए "वामा बाधिनी" पत्रिका निकाली -


A केशवचन्द्र सैन

B ईश्वर चन्द्र विद्यासागर

C राजा - राजमोहन राय

D देवेन्द्रनाथ टैगोर

उत्तर-A



12) सुरेन्द्रनाथ बनर्जी और आनंद मोहन बोस ने कांग्रेस के जन्म के पहले किस राष्ट्रवादी पार्टी की स्थापना की , जो कांग्रेस के पूर्ववर्ती संगठनों में सबसे अधिक महत्वपूर्ण थी -


A मद्रास महाजन सभा

B इंडियन एसोसिएशन

C बंगाल यंग एसोसिएशन

D इनमें से कोई नहीं

उत्तर-B



13) ऐहोल का लाढ़ खां मंदिर किस देवता को समर्पित है -


A शिव

B विष्णु

C सूर्य

D इनमें से कोई नहीं

उत्तर-C



14) निम्न में से कौन - सा गोल मेज सम्मेलन 1932 ई . में हुआ था -


A पहला

B दूसरा

C तीसरा

D चौथा

उत्तर-C



15) विजयनगर - बहमनी संघर्ष का आरंभ किसके शासनकाल में आरंभ हुआ


A हरिहर एवं बुक्का

B देवराज 1

C देवराय - द्वितीय

D कृष्णदेव राय

उत्तर-A



16) मुगलों ने नवरोज / नौरोज का त्योहार लिया -


A पारसियों से

B यहूदियों से

C मंगोलों से

D तुर्को से

उत्तर-A



16) आलवारों ( वैष्णव संतो ) एवं नायनारों / आडियारों ( शैव संतों ) द्वारा दक्षिण में भक्ति आंदोलन किस राजवंश के समय मं आरंभ हुआ -


A पल्लव

B चालुक्य

C चोल

D विजयनगर

उत्तर-A



17) स्वतंत्र भारत का अंतिम गवर्नर जनरल कौन था -


A सी . राजगोपालाचारी

B राजेन्द्र प्रसाद

C लार्ड माउंटबेटन

D लार्ड केनिंग

उत्तर-A



18) निम्नलिखित में से किस पर कुछ इतिहासकारों ने 1857 के विद्रोह के दौरान अंग्रेजो के साथ मिलकर षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है -


A जीनत महल

B तात्या टोपे

C कुवरसिंह

D मौलवी अहमदुल्ला

उत्तर-A



19) ब्रिटिश सरकार ने भारत में स्थायी बंदोबस्त कब लागू किया -


A 1753 में

B 1793 में

C 1762 में

D 1803 में

उत्तर-B



20) वर्ष 1857 के विद्रोह के संदर्भ में निम्नलिखित में से किसे उसके मित्र ने धोखा दिया तथा जिसे अंग्रेजों द्वारा बंदी बनाकर मार दिया गया -


A नाना साहेब

B कुंवर सिंह

C खान बहादुरखां

D तात्या टोपे

उत्तर-D



21) निम्न में से किसे हिन्दी खड़ी बोली का जनक कहा जाता है ?


A अमीर खुसरो

B जायसी

C कबीर

D रहीम

उत्तर-A
हिंदी खड़ी बोली का जनक अमीर खुसरो को माना जाता है। उनका पूरा नाम अबुल हसन यामुनुद्दीन अमीर खुसरों था। उनका जन्म 1253 में पटियाली (एटा) में हुआ था। उन्हें सात सुल्तानों का शासनकाल देखने वाला माना जाता है।



22) किस अभिलेख से यह साबित होता हैं कि चन्द्रगुप्त का प्रभाव पश्चिम भारत तक फैला हुआ था -


A कलिंग अभिलेख

B अशोक का गिरनार अभिलेख

C रूद्रदमन का जूनागढ़ अभिलेख

D अशोक का सोपारा अभिलेख

उत्तर-C



23) सती प्रथा का अंत करने तथा ठगी को समाप्त करने का श्रेय किसको जाता है ?


A लार्ड डलहौजी

B लार्ड विलियम बैंटिंक

C लार्ड आकलैण्ड

D लार्ड कैनिग

उत्तर-B



24) मैं एक समाजवादी और गणतंत्रवादी हूं और मुझे राजाओं और राजकुमारों में विश्वास नहीं हैं " " . यह वक्तव्य संबंधित है -


A नरेन्द्र देव से

B अच्युत पटवर्धन से

C जयप्रकाश नारायण से

D जवाहरलाल नेहरू

उत्तर-D



25) निम्न में से कौनसी स्मृति प्राचीनतम है -


A मनु स्मृति

B याज्ञवलक्य स्मृति

C नारंद स्मृति

D पाराशर स्मृति

उत्तर-A
मनुस्मृति हिन्दू धर्म का एक प्राचीन धर्मशास्त्र (स्मृति) है। इसे मानव-धर्म-शास्त्र, मनुसंहिता आदि नामों से भी जाना जाता है। यह उपदेश के रूप में है जो मनु द्वारा ऋषियों को दिया गया। इसके बाद केk धर्मग्रन्थकारों ने मनुस्मृति को एक सन्दर्भ के रूप में स्वीकारते हुए इसका अनुसरण किया है।



26) किसने भारत में रेलवे की स्थापना को "आधुनिक उद्योग का अग्रदूत/जननी" की संज्ञा दी ?


A लार्ड डलहौजी

B कार्ल माक्र्स

C दादाभाई नौरोजी

D महात्मा गांधी

उत्तर-B



27) सैडलर आयोग का संबंध किससे था -


A न्याय

B राजस्व प्रशासन

C पुलिस प्रशासन

D शिक्षा

उत्तर-D



28) फैजी निम्नलिखित में से किसके दरबार में रहा ?


A हुमायुं

B दारा शिकोह

C बहादुरशाह जफर

D अकबर

उत्तर-D



29) 27 दिसंबर 1911 में पहली बार जन - गण - मन कहां पर गायी गई -


A मुंबई

B लखनउ

C कोलकाता

D साबरमती

उत्तर-C



30) मौर्य साम्राज्य के ध्वंस के पश्चात् कई आक्रमणों की श्रृंखला रही . भारत पर सबसे पहले आक्रमण निम्नलिखित में से किसने किया ?


A बैक्ट्रियन / ग्रीक

B पार्थियन

C शक

D कुषाण

उत्तर-A

GENERAL AWARENESS HISTORY MCQ-1

GENERAL AWARENESS HISTORY MCQ-1


1) नगरों का क्रमिक पतन किस काल की एक महत्वपूर्ण विशेषता थी?


A गुप्त काल

B प्रतिहार काल

C राष्ट्रकूट

D सातवाहन युग

उत्तर-A



2) वर्ष 1910 ई . में सतारा में " बहुजन समाज " की स्थापना किसने की -


A वी . आर . शिन्दे

B मुकुन्द राव पाटिल

C नानाजी देशमुख

D बी . आर . अम्बेडकर
उत्तर-B


3) कुछ विद्वानेां के अनुसार कवि कालिदास किसके राजकवि थे ?


A चन्द्रगुप्त मौर्य

B समुन्द्रगुप्त

C चन्द्रगुप्त द्वितीय - विक्रमादित्य

D हर्ष

उत्तर-C



4) "आनंदमठ" के लेखक कौन है -


A रवीन्द्र नाथ टैगोर

B बंकिम चन्द्र चटर्जी

C सरोजनी नायडू

D अरविंद घोष

उत्तर- B



5) हिन्दुओ में यह दृढ विश्वास हैं कि अन्य कोई देश उनके देश जैसा श्रेष्ठ नहीं हैं , कोई राजा उसके राजा के सामान नहीं हैं , उनके शास्त्रों के समान कोई शास़्त्र नहीं हैं - यह उक्ति किसकी है ?


A मेगास्थनीज

B फाहियान

C ह्रेनसांग

D अलबेरूनी

उत्तर - D




6) " तबकात - ए - नासिरी " का लेखक कौन था -


A शेख जमालुद्दीन

B अलबरूनी

C मिनहाज - उस - सिराज

D जियाउद्दीन बरनी


उत्तर- C



7) प्राचीनतम विवाह संस्कार का वर्णन करने वाला " विवाह सूक्त " " किसमे पाया जाता है -


A ऋग्वेद

B यजुर्वेद

C सामवेद

D गृहसूत्र

उत्तर-A




8) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रथम अध्यक्ष कौन थे -


A ए . ओ . हयूम

B डब्ल्यू . सी . बनर्जी

C दादाभाई नौरोजी

D इनमें से कोई नहीं

उत्तर -B



9) चोल काल में राज्य की स्वामित्व वाली भूमि कहलाती थी -


A प्रभुमान्यम्

B देवदान

C ब्रह्मदेव

D इनमें से कोई नहीं

उत्तर- A



10) भारत से ब्रिटेन की ओर " सम्पति के अपवहन का सिद्धान्त किसने प्रतिपादित किया था -


A गोपाल कृष्ण गोखले

B दादाभाई नौरोजी

C सुरेन्द्र नाथ बनर्जी

D लाला लाजपतराय

उत्तर-B



11) उपनिषद् पुस्तके हैं -


A धर्म पर

B योग पर

C विधि पर

D दर्शन पर

उत्तर-D



12) किस एक्ट के द्वारा भारत के गर्वनर जनरल को अध्यादेश जारी करने की शक्ति प्रदान की गई -


A चार्टर एक्ट , 1833

B इंडियन कौंसिल एक्ट , 1861

C इंडियन कौंसिल एक्ट , 1892

D इंडियन कौंसिल एक्ट 1909

उत्तर-B



13) निम्नलिखित में से कौन - सा एक अन्य तीनों के समकालिक नहीं था -


A बिम्बिसार

B गौतम बुद्ध

C मिलिंद

D प्रसेनजित

उत्तर-C



14) वर्ष 1798 ई में लार्ड वेलेस्ली द्वारा प्रस्तावित सहायक संधि को स्वीकार करने वाला सबसे पहला भारतीय शासक था -


A अवध का नवाब

B हैदराबाद का निजाम

C कर्नाटक का नवाब

D मैसूर का राजा

उत्तर -B



15) सहायक संधि को सुनिश्चित एंव व्यापक स्वरूप किसने प्रदान किया था -


A डुप्ले

B लार्ड वेलेस्ली

C लार्ड डलहौजी

D क्लाइव

उत्तर-B



16) निम्नलिखित में से वह महानतम कुषाण नेता कौन था , जो बौद्ध बन गया था ?


A कुजुल कडफिसस

B विम कडफिसस

C कनिष्क

D वशिष्ठ

उत्तर -C



17) ऋग्वैदिक आर्यो का मुख्य व्यवसाय क्या था -


A कृषि

B पशुपालन

C शिक्षा

D व्यवसाय

उत्तर-B




18) दादाभाई नौरोजी द्वारा उनकी कृति " पोवर्टी ’ एण्ड अन - ब्रिटिश रूल इन इंडिया ’ में अपवहन सिद्धांत शब्द को निम्नलिखित कथनों में से कौन सा एक समुचित रूप से परिभाषित करता है ?

A) कि भारत की राष्ट्रीय संपति या कल वार्षिक उत्पाद का एक हिस्सा ब्रिटेन को निर्यात किया जा रहा था जिसके लिए भारत को कोई महत्वपूर्ण प्रतिफल नहीं मिलता था

B) कि भारत के संसाधनों का ब्रिटेन के हित में उपयोग किया जा रहा था

C) कि ब्रिटिश उद्योगपतियों का साम्राज्यिक शक्ति के संरक्षण के अधीन भारत में निवेश करने के अवसर दिये जा रहे थे

D) कि ब्रिटिश वस्तुएं भारत में आयातित की जा रही थी जिससे देश दिनों दिन अधिकाधिक गरीब होता जा रहा था
उत्तर-A




19) निम्नलिखित में से कौन - सा युद्ध था जिसने भारत में ब्रिटिश प्रभुत्व का प्रारंभ किया -


A प्लासी का युद्ध

B बक्सर का युद्ध

C मैसूर की तीसरी लड़ाई

D 1857 का विद्रोह

उत्तर-A



20) राजा राममोहन राय का जन्म कहां हुआ था -


A राधा नगर , वर्दवान जिला

B हुगली जिला

C 24 परगना जिला

D इनमें से कोई नहीं

उत्तर-A




21) अस्पृश्यता अपराध अधिनियम कब पारित हुआ -


A 1935 ई . में .

B 1945 ई . में .

C 1955 ई . में .

D 1965 ई . में .

उत्तर-C



22) प्रसिद्ध दस राजाओं का युद्ध - दाशराज युद्ध - किस नदी के तट पर लड़ा गया -


A गंगा

B ब्रह्मपुत्र

C कावेरी

D परूष्णी

उत्तर-D




23) खजुराहो स्थित मंदिरों का निर्माण किसने किया था ?


A होल्कर

B सिंधिया

C बुदेला राजपूत

D चंदेल राजपूत

उत्तर-D



24) 1857 के विद्रोह की असफलता के बाद मुगल बादशाह बहादुरशाह - द्वितीय को कहां व किसने गिरफ्तार किया -


A रंगून में , कर्नल नील ने

B ग्वालियर में , लेफ्टिनेंट हडसन ने

C बरेली में , जेम्स आउट्रम ने

D हूमायूं की कब्र के पास , लेफ्टिनेंट हडसन ने

उत्तर-D



25) 20वीं सदी के पूर्वार्द्ध में देश का भीषणतम अकाल 1942 - 43 में कहां पड़ा ?


A बंगाल

B महाराष्ट्र

C राजस्थान

D गुजरात

उत्तर-A



26) मद्रास महाजन सभा की स्थापना की गई वर्षा -


A 1881 में

B 1882 में

C 1883 में

D 1884 में

उत्तर-D



27) निम्नलिखित में से किसने " सोमप्रकाश " " नामक समाचार पत्र शुरू किया -


A दयानंद सरस्वती

B ईश्वर चंद्र विद्यासागर

C राम मोहन राय

D सुरेन्द्रनाथ बनर्जी

उत्तर-B



28) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान साइमन कमीशन की नियुक्ति निम्न उद्देश्य के लिए हुई थी -


A 1919 के सुधारों की प्रगति की समीक्षा

B भारतीय राज्यों तथा ब्रिटिश सरकार के बीच संबंधो का निर्धारण

C रॉलेट अधिनियम के प्रावधानों का पुनरीक्षण

D भारत की डोमिनियन का दर्जा देने की संभावनाओं की तलाश करना

उत्तर-A



29) "तत्व रंजिनी सभा" "तत्वबोधिनी सभा" एवं "तत्व बोधिनी पत्रिका" से संबंधित है -


A देवेन्द्र नाथ टैगोर

B ईश्वर चन्द्र विद्यासागर

C रवीन्द्रनाथ टैगोर

D बंकिम चन्द्र चटर्जी

उत्तर-A



30) कौन सी पुस्तक जवाहर लाल नेहरू द्वारा लिखी गई है -


A ए पैसेज टू इंडिया

B माई एक्सपेरिमेंट विथ टूंथ

C इंडिया विन्स फ्रीडम

D डिस्कवरी ऑफ इंडिया


उत्तर-D

भारतीय इतिहास-भाग A-प्राचीन भारत(Anicient India) -1 प्राचीन भारत के स्रोत

1.1 पुरातात्विक स्रोत


प्राचीन भारतीय इतिहास लेखन के स्रोत निम्न हैं-

काल निर्भरता
प्रागैतिहासिक काल पुरातात्विक स्रोत
आद्य ऐतिहासिक काल पुरातात्विक + साहित्यिक स्रोत
ऐतिहासिक काल पुरातात्विक + साहित्यिक स्रोत + विदेशी विवरण

     पुरातात्विक स्रोत के अन्तर्गत मुख्य रूप से अभिलेख, सिक्के, स्मारक एवं भवन, मूर्तियां, चित्रकला, अवशेष आदि आते हैं।
    प्राचीन वस्तुओं के अध्ययन का कार्य सर विलियम जोन्स ने शुरू किया। उन्होंने १७७४ ई॰ में 'एशियाटिक सोसाइटी ऑफ बंगाल' की स्थापना की तथा विभिन्न शिलालेखों को भारी संख्या में एकत्रित किया। जेम्स प्रिंसेप ने ब्राह्मी लिपि का अनुसंधान कर इसके अध्ययन को सरल बनाया।

(i) अभिलेख :- इनके अध्ययन को पुरालेखशास्त्र तथा इनकी और दूसरे पुराने दस्तावेजों  की प्राचीन तिथि के अध्ययन को पुरालिपि शास्त्र कहते हैं। अभिलेख पत्थर एवं धातु की चादरों के अतिरिक्त  मुहरों, मंदिर की दीवारों, ईटों और मूर्तियों पर भी खुदे हैं।
      आरंभ में अभिलेखों में प्राक्रत भाषा का प्रयोग होता था । लगभग दूसरी शताब्दी ई॰ से संस्कृत का भी प्रयोग होने लगा । शक नरेश रुद्रदामन का जूनागढ़ अभिलेख संस्कृत में लिखा पहला अभिलेख है ।
      सबसे  प्राचीन भिलेख अशोक के हैं। अशोक के नाम का स्पष्ट उल्लेख गुर्जरा (म.प्र.) तथा मास्की (आन्ध्र प्रदेश) अभिलेखों पर हैं। अधिकतर ब्राह्मी लिपि में लिखे अशोक के अभिलेखों को पढ़ने में सर्वप्रथम १८३७ में जेम्स प्रिंसेप ने सफलता पायी। अशोक के  अभिलेख ब्राह्मी, खरोष्ठी, अरमाइक तथा यूनानी (ग्रीक) लिपि में मिलते हैं। गुर्जरा तथा मास्की के अतिरिक्त पानगुडइया (म. प्र.) निट्टूर तथा उद्गोलम के अभिलोखों में भी अशोक के नाम का उल्लेख है। लघमान एवं शरेकुना से प्राप्त अशोक के अभिलेख यूनानी अरमाइक लिपियों में हैं। 
पतंजलि के महाभाष्य से पता चलता है कि पुष्यमित्र शुंग के अश्वमेघ यज्ञ किए थे । इस बात की पुष्टि उसी के वंशज धनदेव के अयोध्या अभिलेख से होती है । एशिया माइनर में बोगजकोई नामक स्थान पर १४०० ई॰पू॰ का एक अभिलेख (संधिपत्र) मिला है जिसमें इन्द्र, मित्र, वरुण और नासत्य वैदिक देवताओं के नाम दिए गए हैं । पार्सिपोलिस तथा बेहिस्तून अभिलेखों से पता चलता है कि ईरानी सम्राट दारा (डेरियस) प्रथम ने सिंधु नदी घाटी पर अधिकार कर लिया था । पढे ना जा सकने वाले अभिलेखों में सबसे प्राचीन अभिलेख हड़प्पा संस्कृति के मुहरों पर हैं जो लगभग २३००-१९०० ई॰पू॰ के हैं । फिरोज़शाह तुगलक को अशोक के दो स्तम्भ लेख मेरठ तथा टोपरा (हरियाणा) से मिले थे , जिसे उसने दिल्ली मंगवाया ।

(i i) सिक्के:- सिक्कों के अध्ययन को 'मुद्राशास्त्र' कहा जााता है। पुराने सिक्के सोना, चांदी, तांबा, कांस्य, सीसा एवं पोटिन के मिलते हैैं। पकाई गई मिट्टी के बने सिक्कों के सांचे सबसे अधिक कुषाण काल के हैं।
    भारत के प्राचीनतम सिक्कों पर केवल चिन्ह उत्कीर्ण हैं। उन पर किसी भी प्रकार का कोई लेख नहीं है। ये आहत सिक्के या पंचमाक्र्ड सिक्के कहलाते हैं। इन सिक्कों पर पेड़, मछली , हाथी, साँड, अर्द्धचन्द्र की आकृतियां बनी होती थीं। बाद के सिक्कों पर तिथियां, राजाओं और देवताओं के नाम अंकित होने लगे।
     सबसे पहले हिंद यूनानियों ने ही स्वर्ण मुद्राएं जारी कीं। सबसे अधिक शुद्ध स्वर्ण मुद्राएं कुषाणों ने तथा सबसे अधिक स्वर्ण मुद्राएं गुप्तों ने जारी कीं। सबसे अधिक सिक्के मौर्योत्तर काल के मिले हैं, जिससे तत्कालीन वाणिज्य व्यापार की उन्नत स्थिति का पता चलता है। आहत सिक्कों का अध्ययन इतिहासकार डॉ● कौशाम्बी ने प्रस्तुत किया है।

(iii) स्मारक एवं भवन- प्राचीन काल में महलों एवं मंदिरों की शैली से वास्तुकला के विकास पर पर्याप्त प्रकाश पड़ता है। साथ ही सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक अवस्था का भी आभास मिलता है। मंदिरों में उत्तर-भारत की कला शैली को नागर दक्षिण-भारत की कला शैली को द्रविड़ तथा दक्षिणापथ की कला शैली को वेसर शैली कहा जाता है। वेसर शैली में नागर और द्रविड़ का मिश्रण है।

(iv) मूर्तियां- मूर्तियां जनसाधारण की धार्मिक आस्थाओं, कला के विकास आदि का द्योतक होती हैं। कुषाण की मूर्तिकला में यूनानी प्रभाव अधिक है। गुप्तकाल की मूर्तिकला में अन्तरात्मा एवं मुखाकृति में सामंजस्यता दिखाई पड़ती है तथा गुप्तोत्तर काल की इस कला में सांकेतिकता अधिक है। भरहुत, बोधगया, सांची और अमरावती की मूर्तिकला जनसाधारण के जीवन की अत्यंत सजीव झांकी प्रस्तुत करती है।

(v) चित्रकला- अजन्ता की चित्रकला में माता और शिशु तथा मरणासन्न राजकुमारी जैसे चित्रों में शाश्वत भावों की अभिव्यंजना हुई है।

(vi) भौतिक अवशेष- अवशेष प्रागैतिहासिक काल तथा आद्य इतिहास की महत्वपूर्ण जानकारी देते हैं। मोहनजोदड़ो से प्राप्त 500 से अधिक मुहरों से हड़प्पा संस्कृति के निवासियों के धार्मिक विश्वासों की जानकारी मिलती है। बसाढ़ से प्राप्त मिट्टी की मुहरों से व्यापारिक श्रेणियों का पता चलता है। अवशेषों से पता चलता है कि भारत में लोहे का प्रयोग ई●पू● 1100 में हुआ।


(vii) मृदभांड- मृदभांड के द्वारा विभिन्न संस्कृतियों की पहचान सम्भव है। जैसे नवपाषाणकालीन स्थलों से पांडु रंग के उत्तम मृदभांड प्राप्त होते हैं। हड़प्पा काल में लाल भांड, उत्तर-वैदिक काल में चित्रित धूसर भांड तथा मौर्य युग की पहचान उत्तरी काले पॉलिश वाले मृदभांड से की जाती है।

हिन्दी वर्णमाला-हिन्दी व्याकरण

हिन्दी वर्णमाला


वर्णों के समुदाय को ही वर्णमाला कहते हैं। हिन्दी वर्णमाला में वर्णों की संख्या 45 हैं।  उच्चारण और प्रयोग के आधार पर हिंदी वर्णमाला के दो भेद किये गए हैं --

1. स्वर

2.व्यंजन

1. स्वर

वे ध्वनियाँ जो स्वतंत्र रूप से बोली जाए, किन्तु जिनका प्रयोग स्वतंत्र रूप से न होकर मात्राओं के रूप में हो स्वर कहलाते है।

हिन्दी में स्वरों की संख्या 11 है। अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ।

स्वरों के मुख्यतः दो भेद होते है।

1. ह्रस्व स्वर
2. दीर्घ स्वर 


1. ह्रस्व स्वर

जिन स्वरों के उच्चारण में कम-से-कम समय लगता हैं  उन्हें ह्रस्व स्वर कहते हैं।  अ ,इ ,उ ,ऋ।  इन्हें  मूल स्वर  भी कहते हैं। 


1. दीर्घ स्वर

जिन स्वरों के उच्चारण में  ह्रस्व स्वरों से दुगुना समय लगता है उन्हें दीर्घ स्वर कहते हैं। आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ।


2. व्यंजन

जिन वर्णों के पूर्ण उच्चारण के लिए स्वरों की सहायता ली जाती है वे व्यंजन कहलाते हैं। अर्थात व्यंजन बिना स्वरों की सहायता के बोले ही नहीं जा सकते।

ये संख्या में 33 हैं।

व्यंजन के निम्नलिखित तीन भेद हैं-


  1. स्पर्श व्यंजन
  2. अंतःस्थ 
  3. उष्म 

1. स्पर्श व्यंजन 


इन्हें  पाँच वर्गों में रखा गया है और हर वर्ग में पाँच-पाँच व्यंजन हैं। हर वर्ग का नाम पहले वर्ग के अनुसार रखा गया है।

उदाहरण:- 

जैसे-


क वर्ग- क,ख,ग,घ,ङ
च वर्ग-च,छ,ज,झ,ञ
ट वर्ग - ट,ठ,ड,ढ,ण
त वर्ग - त,थ,द,ध,न



प वर्ग - प,फ,ब,भ,म

2. अंतःस्थ

इनकी संख्या चार होती है।

य् र् ल् व्

3. ऊष्म

इनकी संख्या चार होती है।

श् ष् स् ह्

पंचायती राज - भारतीय राजव्यवस्था

पंचायती राज

v ब्रिटिश शासन के दौरान 1882 ई॰ में तत्कालीन वायसराय लॉर्ड रिपन ने स्थानीय स्वायत्त  शासन की स्थापना का प्रयास किया था ।
v संविधान के अनुच्छेद 40 में राज्यों को पंचायतों के गठन का निर्देश दिया गया है।
v 1958 ई॰ में राष्ट्रीय विकास परिषद ने बलवंत राय मेहता समिति की लोकतान्त्रिक विकेन्द्रीकरण की संस्तुतियों को स्वीकार करते हुए इसे क्रियान्वित करने के लिए कहा।
v 2 अक्टूबर, 1959 ई॰ को पण्डित जवाहर लाल नेहरू ने राजस्थान के नागौर में लोकतान्त्रिक विकेन्द्रीकरण की योजना को प्रारम्भ किया। इसे पंचायती राज कहा गया।
v राजस्थान प्रथम राज्य है जहाँ सर्वप्रथम सम्पूर्ण राज्य में पंचायती राज की स्थापना की गयी।
v जनता पार्टी ने पंचायत राज में सुधार के लिए अशोक मेहता समिति गठित की, जिसने द्विस्तरीय  पंचायत संगठन की संस्तुति की। इससे पूर्व त्रिस्तरीय संगठन अस्तित्व में था। इस समिति की संस्तुतियाँ लागू नहीं हुई।
v 73वाँ संविधान संशोधन पंचायती राज के लिए तथा 74वाँ संविधान संशोधन नगर निकायों को संवैधानिक दर्जा प्रदान करने के लिए किया गया।   

पंचायती राज- भारतीय राजव्यवस्था

पंचायती राज




पंचायती राज व्यवस्था में ग्राम, तालुका और जिला आते हैं। भारत में प्राचीन काल से ही पंचायती राज व्यवस्था आस्तित्व में रही हैं। आधुनिक भारत में प्रथम बार तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा राजस्थान के नागौर जिले के बगदरी गाँव में 2 अक्टूबर 1959 को पंचायती राज व्यवस्था लागू की गई।



संवैधानिक प्रावधान



भारतीय संविधान के अनुच्छेद ४० में राज्यों को पंचायतों के गठन का निर्देश दिया गया है। 1991 में संविधान में ७३वां संविधान संशोधन अधिनियम, १९९२ करके पंचायत राज संस्था को संवैधानिक मान्यता दे दी गयी है।
बलवंत राय मेहता समिति की सिफारिशें (1957) -
अशोक मेहता समिति की सिफारिशें (1977) -
पी वी के राव समिति (1985) -
डॉ एल ऍम सिन्घवी समिति (1986) -
ग्राम सभा को ग्राम पंचायत के अधीन किसी भी समिति की जाँच करने का अधिकार

पंचायती राज पर एक नजर


24 अप्रैल 1993 भारत में पंचायती राज के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मार्गचिन्ह था क्योंकि इसी दिन संविधान (73वां संशोधन) अधिनियम, 1992 के माध्यम से पंचायती राज संस्थाओं को संवैधानिक दर्जा हासिल हुआ और इस तरह महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के स्वप्न को वास्तविकता में बदलने की दिशा में कदम बढ़ाया गया था।


73वें संशोधन अधिनियम, 1993 में निम्नलिखित प्रावधान किये गये हैं:
 
एक त्रि-स्तरीय ढांचे की स्थापना (ग्राम पंचायत, पंचायत समिति या मध्यवर्ती पंचायत तथा जिला पंचायत)
ग्राम स्तर पर ग्राम सभा की स्थापना
हर पांच साल में पंचायतों के नियमित चुनाव
अनुसूचित जातियों/जनजातियों के लिए उनकी जनसंख्या के अनुपात में सीटों का आरक्षण
महिलाओं के लिए एक तिहाई सीटों का आरक्षण
पंचायतों की निधियों में सुधार के लिए उपाय सुझाने हेतु राज्य वित्ता आयोगों का गठन
राज्य चुनाव आयोग का गठन

73वां संशोधन अधिनियम पंचायतों को स्वशासन की संस्थाओं के रूप में काम करने हेतु आवश्यक शक्तियां और अधिकार प्रदान करने के लिए राज्य सरकार को अधिकार प्रदान करता है। ये शक्तियां और अधिकार इस प्रकार हो सकते हैं:
 
1)संविधान की गयारहवीं अनुसूची में सूचीबध्द 29 विषयों के संबंध में आर्थिक विकास और सामाजिक न्याय के लिए योजनाएं तैयार करना और उनका निष्पादन करना
 
2)कर, डयूटीज, टॉल, शुल्क आदि लगाने और उसे वसूल करने का पंचायतों को अधिकार 

3)राज्यों द्वारा एकत्र करों, डयूटियों, टॉल और शुल्कों का पंचायतों को हस्तांतरण
ग्राम सभा


ग्राम सभा किसी एक गांव या पंचायत का चुनाव करने वाले गांवों के समूह की मतदाता सूची में शामिल व्यक्तियों से मिलकर बनी संस्था है।
गतिशील और प्रबुध्द ग्राम सभा पंचायती राज की सफलता के केंद्र में होती है।
राज्य सरकारों से आग्रह किया गया है कि वे:-
पंचायत (अनुसूचित क्षेत्रों में विस्तार) अधिनियम, 1996 में उल्लिखित प्रावधानों के अनुसार ग्राम सभा को शक्तियां प्रदान करें।
गणतंत्र दिवस, श्रम दिवस, स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती के अवसर पर देश भर में ग्राम सभा की बैठकों के आयोजन के लिए पंचायती राज कानून में अनिवार्य प्रावधान शामिल करना।
पंचायती राज अधिनियम में ऐसा अनिवार्य प्रावधान जोड़ना जो विशेषकर ग्राम सभा की बैठकों के कोरम, सामान्य बैठकों और विशेष बैठकों तथा कोरम पूरा न हो पाने के कारण फिर से बैठक के आयोजन के संबंध में हो।
ग्राम सभा के सदस्यों को उनके अधिकारों और शक्तियों से अवगत कराना ताकि जन भागीदारी सुनिश्चित हो और विशेषकर महिलाओं तथा अनुसूचित जाति/जनजाति के लोगों जैसे सीमांतीकृत समूह भाग ले सकें।
ग्राम सभा के लिए ऐसी कार्य-प्रक्रियाएं बनाना जिनके द्वारा वह ग्राम विकास मंत्रालय के लाभार्थी-उन्मुख विकास कार्यक्रमों का असरकारी ढंग़ से सामाजिक ऑडिट सुनिश्चित कर सके तथा वित्तीय कुप्रबंधन के लिए वसूली या सजा देने के कानूनी अधिकार उसे प्राप्त हो सकें।
ग्राम सभा बैठकों के संबंध में व्यापक प्रसार के लिए कार्य-योजना बनाना।
ग्राम सभा की बैठकों के आयोजन के लिए मार्ग-निर्देश/कार्य-प्रक्रियाएं तैयार करना।
प्राकृतिक संसाधनों, भूमि रिकार्डों पर नियंत्रण और समस्या-समाधान के संबंध में ग्राम सभा के अधिकारों को लेकर जागरूकता पैदा करना।
73वां संविधान संशोधन अधिनियम ग्राम स्तर पर स्व-शासन की संस्थाओं के रूप में ऐसी सशक्त पंचायतों की परिकल्पना करता है जो निम्न कार्य करने में सक्षम हो:
ग्राम स्तर पर जन विकास कार्यों और उनके रख-रखाव की योजना बनाना और उन्हें पूरा करना।
ग्राम स्तर पर लोगों का कल्याण सुनिश्चित करना, इसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, समुदाय भाईचारा, विशेषकर जेंडर और जाति-आधारित भेदभाव के संबंध में सामाजिक न्याय, झगड़ों का निबटारा, बच्चों का विशेषकर बालिकाओं का कल्याण जैसे मुद्दे होंगे।
73वें संविधान संशोधन में जमीनी स्तर पर जन संसद के रूप में ऐसी सशक्त ग्राम सभा की परिकल्पना की गई है जिसके प्रति ग्राम पंचायत जवाबदेह हो।
ग्राम सभा १९९३ की धारा ६(१) के अनुसार राज्यपाल द्वारा अनुसूचित किया गया की एक ग्राम सभा होगी !धारा ८ पचायतो का गठन और धारा ९ द्वारा पंचायत अवधि का प्रावधान किया गया !

CBSE CLASS 8TH :CHAPTER 1―RATIONAL NUMBERS: Properties of Rational Numbers

About "Properties of rational numbers"


Properties of rational numbers :
There are some properties of rational numbers like closure property, commutative property and associative property. 
Let us explore these properties on the four binary operations (Addition, subtraction, multiplication and division) in mathematics.

Addition

(i) Closure property : 
The sum of any two rational numbers is always a rational number. This is called ‘Closure property of addition’ of rational numbers. Thus, Q is closed under addition
If a/b and c/d are any two rational numbers, then (a/b) + (c/d) is also a rational number. 
Example : 
2/9 + 4/9  =  6/9  =  2/3 is a rational number. 
(ii) Commutative property : 
Addition of two rational numbers is commutative.
If a/b and c/d are any two rational numbers,
then (a/b) + (c/d)  =  (c/d) + (a/b)
Example : 
2/9 + 4/9  =  6/9  =  2/3 
4/9 + 2/9  =  6/9  =  2/3 
Hence, 2/9 + 4/9  =  4/9 + 2/9
(iii) Associative property :
Addition of rational numbers is associative.
If a/b, c/d and e/f  are any three rational numbers,
then a/b + (c/d + e/f)  =  (a/b + c/d) + e/f
Example :
2/9 + (4/9 + 1/9)  =  2/9 + 5/9  =  7/9 
(2/9 + 4/9) + 1/9  =  6/9 + 1/9  =  7/9 
Hence, 2/9 + (4/9 + 1/9)  =  (2/9 + 4/9) + 1/9
(iv) Additive identity :
The sum of any rational number and zero is the rational number itself.
If a/b is any rational number,
then a/b + 0 = 0 + a/b  =  a/b
Zero is the additive identity for rational numbers.
Example : 
2/7 + 0  =  0 + 2/7  =  2/7
(v) Additive inverse :
(- a/b) is the negative or additive inverse of (a/b)
If a/b is a rational number,then there exists a rational number (-a/b) such that a/b + (-a/b) = (-a/b) + a/b  =  0
Example : 
Additive inverse of 3/5 is (-3/5)
Additive inverse of (-3/5) is 3/5
Additive inverse of 0 is 0 itself. 

Subtraction

(i) Closure property : 
The difference between any two rational numbers is always a rational number.
Hence Q is closed under subtraction.
If a/b and c/d are any two rational numbers, then (a/b) - (c/d) is also a rational number. 
Example : 
5/9 - 2/9  =  3/9  =  1/3 is a rational number. 
(ii) Commutative property : 
Subtraction of two rational numbers is not commutative.
If a/b and c/d are any two rational numbers,
then (a/b) - (c/d)    (c/d) - (a/b)
Example : 
5/9 - 2/9  =  3/9  =  1/3
2/9 - 5/9  =  -3/9  =  -1/3 
Hence, 5/9 - 2/9    2/9 - 5/9
Therefore, Commutative property is not true for subtraction.
(iii) Associative property :
Subtraction of rational numbers is not associative.
If a/b, c/d and e/f  are any three rational numbers,
then a/b - (c/d - e/f)    (a/b - c/d) - e/f
Example :
2/9 - (4/9 - 1/9)  =  2/9 - 3/9  =  -1/9 
(2/9 - 4/9) - 1/9  =  -2/9 - 1/9  =  -3/9 
Hence, 2/9 - (4/9 - 1/9)    (2/9 - 4/9) - 1/9
Therefore, Associative property is not true for subtraction.

Multiplication

(i) Closure property :
The product of two rational numbers is always a rational number. Hence Q is closed under multiplication.
If a/b and c/d are any two rational numbers,
then (a/b)x (c/d) = ac/bd is also a rational number. 
Example : 
5/9 x 2/9  =  10/81 is a rational number. 
(ii) Commutative property :
Multiplication of rational numbers is commutative.
If a/b and c/d are any two rational numbers,
then (a/b)x (c/d) = (c/d)x(a/b). 
5/9 x 2/9  =  10/81
2/9 x 5/9  =  10/81
Hence, 5/9 x 2/9  =  2/9 x 5/9
Therefore, Commutative property is true for multiplication.
(iii) Associative property :
Multiplication of rational numbers is associative.
If a/b, c/d and e/f  are any three rational numbers,
then a/b x (c/d x e/f)  =  (a/b x c/d) x e/f
Example :
2/9 x (4/9 x 1/9)  =  2/9 x 4/81  =  8/729 
(2/9 x 4/9) x 1/9  =  8/81 x 1/9  =  8/729
Hence, 2/9 x (4/9 x 1/9)  =  (2/9 x 4/9) x 1/9
Therefore, Associative property is true for multiplication.
(iv) Multiplicative identity :
The product of any rational number and 1 is the rational number itself. ‘One’ is the multiplicative identity for rational numbers.
If a/b is any rational number,
then a/b x 1 = 1 x a/b  =  a/b
Example : 
5/7 x 1 = 1x 5/7  =  5/7
(v) Multiplication by 0 :
Every rational number multiplied with 0 gives 0.
If a/b is any rational number,
then a/b x 0 = 0 x a/b  =  0
Example : 
5/7 x 0 = 0x 5/7  =  0
(vi) Multiplicative Inverse or Reciprocal :
For every rational number a/b, a≠0, there exists a rational number c/d such that a/b x c/d = 1. Then c/d is the multiplicative inverse of a/b.
If b/a is a rational number,
then a/b is the multiplicative inverse or reciprocal of it.
Example : 
The reciprocal of 2/3 is 3/2
The reciprocal of 1/3 is 3
The reciprocal of 3 is 1/3
The reciprocal of 1 is 1
The reciprocal of 0 is undefined.

Division

(i) Closure property :
The collection of non-zero rational numbers is closed under division.
If a/b and c/d are two rational numbers, such that c/d ≠ 0,
then a/b ÷ c/d is always a rational number. 
Example : 
2/3 ÷ 1/3  =  2/3 x 3/1  =  2 is a rational number.
(ii) Commutative property :
Division of rational numbers is not commutative.
If a/b and c/d are two rational numbers, 
then a/b ÷ c/d  ≠  c/d ÷ a/b
Example :
2/3 ÷ 1/3  =  2/3 x 3/1  =  2
1/3 ÷ 2/3  =  1/3 x 3/2  =  1/2
Hence, 2/3 ÷ 1/3  ≠  1/3 ÷ 2/3
Therefore, Commutative property is not true for division.
(iii) Associative property :
Division of rational numbers is not associative.
If a/b, c/d and e/f  are any three rational numbers,
then a/b ÷ (c/d ÷ e/f)  ≠  (a/b ÷ c/d) ÷ e/f
Example :
2/9 ÷ (4/9 ÷ 1/9)  =  2/9 ÷ 4  =  1/18 
(2/9 ÷ 4/9) ÷ 1/9  =  1/2 - 1/9  =  7/18 
Hence, 2/9 ÷ (4/9 ÷ 1/9)  ≠  (2/9 ÷ 4/9) ÷ 1/9
Therefore, Associative property is not true for division.

Distributive Property

(i) Distributive property of multiplication over addition :
Multiplication of rational numbers is distributive over addition.
If a/b, c/d and e/f  are any three rational numbers,
then a/b x (c/d + e/f)  =  a/b x c/d  +  a/b x e/f
Example :
1/3 x (2/5 + 1/5)  =  1/3 x 3/5  =  1/5
1/3 x (2/5 + 1/5)  =  1/3 x 2/5  +  1/3 x 1/5  =  (2 + 1) / 15 = 1/5
Hence, 1/3 x (2/5 + 1/5)  =  1/3 x 2/5  +  1/3 x 1/5
Therefore, Multiplication is distributive over addition.
(ii) Distributive property of multiplication over subtration :
Multiplication of rational numbers is distributive over subtraction.
If a/b, c/d and e/f  are any three rational numbers,
then a/b x (c/d - e/f)  =  a/b x c/d  -  a/b x e/f
Example :
1/3 x (2/5 - 1/5)  =  1/3 x 1/5  =  1/15
1/3 x (2/5 - 1/5)  =  1/3 x 2/5  -  1/3 x 1/5  =  (2 - 1) / 15 = 1/15
Hence, 1/3 x (2/5 - 1/5)  =  1/3 x 2/5  -  1/3 x 1/5
Therefore, Multiplication is distributive over subtraction.

कम्प्युटर एक परिचय (Introduction to Computer)

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